एक्सक्लुजिव्ह!
अभिनेत्री और गायिका भी नूतन!
'सीमा' (१९५५), 'सुजाता' (१९५९), 'बंदिनी (१९६३) जैसी फिल्मोंसे उनके संवेदनशील अभिनय से सब वाकिफ़ हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानतें हैं की.. उनकी आवाज़ भी अच्छी थी और उन्होंने फ़िल्म में गाया भी हैं।
हाँ, उनकी मां और गुज़रे ज़माने की एक अभिनेत्री शोभना समर्थ निर्मित फ़िल्म 'छबिली' (१९६०) में नूतन ने प्रमुख भूमिका के साथ गानें भी गाएं।
स्नेहल भाटकर के संगीत में एस. रतन ने लिखें..
"ऐ मेरे हमसफ़र.." यह सोलो और हेमंत कुमार के साथ "लहरों पे लहेर.." यह डुएट उन्होंने खुद गाएं।
शोभना जी ने निर्देशित की इस 'छबिली' में नूतन के साथ उनकी छोटी बहन तनुजा भी परदे पर आयी थी।
इस फ़िल्म को अब ६० साल हो गएँ हैं।
आज के दिन नूतन जी की ऐसी भी याद!!
- मनोज कुलकर्णी
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