ज़ीरो से हीरो की मिसाल!
"चा-चा-चा..."
१९५० के दशक में मशहूर हुए इस क्यूबन डांस की क्रेज आज भी बरक़रार हैं यह इंस्टाग्राम पर कलाकार उसपर अपने पोस्ट करतें वीडियो से पता चलता हैं। इस डांसपर कृष्णा शाह की फ़िल्म 'शालीमार' (१९७८) में "वन टू चा-चा-चा.." यह उषा उथुप ने गाया गाना हिट हुआ था।
अब बचे हुए बुजुर्ग कलाकारों में से वे (चंद्रशेखर वैद्य) गुज़र जाने के बाद यह याद आया।
१९९५ में बम्बई में 'सिनेमा के सौ साल' के हुए बड़े जश्न में मेरी उनसे और कई पुरानी फ़िल्मी हस्तियों से मुलाकातें हुई। उस पर मैंने तब 'रसरंग' जैसे नियतकालिकाओं में और २००० के बाद मेरे 'चित्रसृष्टी' में भी लिखा!
हैदराबाद से बम्बई-पुणे आकर फ़िल्म स्टुडिओज में चंद्रशेखर ने काम के लिए जद्दो जहद की। १९४८ में 'बेबस' ऐसी नाम की ही फ़िल्म से उन्होंने जूनियर आर्टिस्ट के काम शुरू किए। फिर १९५४ में मूल मराठी फ़िल्म की हिंदी रीमेक बनी थी 'औरत तेरी यही कहानी' जिसमे हमारी सुलोचना जी और भारत भूषण प्रमुख थे, उसमे पहली बार उन्हें कलाकार के तौर पर किरदार दिया गया।
'काली टोपी लाल रूमाल' (१९५९) में चंद्रशेखर और शकीला "लागी छूटे ना अब तो सनम.." गाने में! |
बहरहाल, चंद्रशेखर बाद में पांच साल सहायक अभिनेता के किरदार करतें रहें। इसमें अजित-गीता बाली की 'बारादरी' (१९५५) थी! फिर तारा हरीश की फ़िल्म 'काली टोपी लाल रूमाल' (१९५९) में शकीला के साथ असरदार नायक के तौर पर वे सामने आएं। इस में मोहम्मद रफ़ी और लता मंगेशकर का इन दोनों पर फ़िल्माया "लागी छूटे ना अब तो सनम.." भावोत्कट रहा!
'चा-चा-चा' (१९६४) के "एक चमेली के मंडवे तले.." गाने में हेलन और चंद्रशेखर! |
१९६६ में फिर से उन्होंने 'स्ट्रीट सिंगर' इस दूसरी फ़िल्म का निर्माण किया। १९३८ में इसी नाम की सैगल की फ़िल्म मशहूर हुई थी। ख़ैर, १९६८ के बाद चंद्रशेखर जी का नायक की तौर पर असर इतना नहीं रहा। ग़ौरतलब की, फ़िल्मकार से असिस्टेंट डायरेक्टर भी वे हुए और 'परिचय' (१९७२) से 'मौसम' (१९७५) तक उन्होंने गुलज़ार जी के साथ काम किया!
दूरदर्शन धारावाहिक 'रामायण' में चंद्रशेखर जी! |
इसके अलावा चंद्रशेखर जी ने एक अहम काम किया 'सिने आर्टिस्ट एसोसिएशन' की स्थापना करके! इस 'सिंटा' के वे १९८५ से १९९६ तक अध्यक्ष रहें! फ़िल्म इंडस्ट्री से जुडी बाकी भी संघटनाओं के ज़रिये उन्होंने इसके एम्प्लॉईज वेलफेयर का दखल पात्र काम किया!
उनको मेरी यह आदरांजलि!!
- मनोज कुलकर्णी
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