"तेरे लिए हम हैं जिए..होठों को सिये.."
मदन मोहन जी इस दुनिया से रुख़सत होने के क़रीब ३० साल बाद उनकी धुन पर गुँजा यह गाना..
इस बात की गवाही देता हैं की उनका संगीत कितना समय से आगे था!
यश चोपड़ा जी की 'राष्ट्रीय पुरस्कार' से सम्मानित फ़िल्म 'वीर ज़ारा' (२००४) के लिए..जावेद अख़्तर जी ने यह लिखा था।..और रूप कुमार राठोड़ ने लता मंगेशकर जी के साथ इसे गाया था।
परदेपर शाहरुख़ खान और प्रीति ज़िंटा ने यह बेहतरिन साकार किया।..जो दिलको छू गया!
- मनोज कुलकर्णी
- मनोज कुलकर्णी
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