यथार्थवादी शायर साहिर लुधियानवी जी! |
देंगे वोही..जो पाएंगे इस ज़िंदगी से हम..!"
ऐसा अंदाज़-ए-बयाँ था यथार्थवादी शायर साहिर लुधियानवी जी का!
-{साहिरजी की यह नज़्म 'प्यासा' (१९५७) में सादर करते हुए संवेदनशील अभिनेता-निर्देशक गुरुदत्त जी!}
- मनोज कुलकर्णी
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